Skip to main content

Science Drama in Bikaner : चार जिलों की छह प्रस्तुतियां, NNRSV प्रथम

  • नाटक में विज्ञान: छोटे बच्चे, अनूठे नाटक, बड़ा संदेश
  • Science Drama in Bikaner : चार जिलों की छह प्रस्तुतियां, NNRSV प्रथम
  • RSV बीकानेर सैकंड, हनुमानगढ़ की संस्कार एकेडमी तीसरे स्थान पर
  • हवा और पानी पर मुकदमा हुआ, उसने आदमी को जिम्मेदार बताया

RNE Bikaner.

‘घी ढुळयां म्हांरो कीं नी जासी, पाणी ढुळयां म्हांरो जी बळ जासी..’ मरूस्थल मंे पानी के महत्व को दर्शाने वाली इस पंक्ति को सस्वर गाते हुए बच्चों का एक दल जब स्टेज पर पहुंचा तो देखने-सुनने वालों के चेहरों पर प्रसन्नता छा गई। तालियों के साथ गर्मजोशी से बच्चों का जोरदार उत्साहवर्धन हुआ।

यह नजारा है सोमवार को बीकानेर में हुए विज्ञान नाटक प्रतियोगिता के आगाज का। एनएनआरएसवी स्कूल के ऑडिटोरियम मंे हुई इस प्रतियोगिता में बीकानेर संभाग के चार जिलों की छह स्कूलों की ओर से स्टूडेंट्स ने प्रस्तुतियां दी। विज्ञान की थीम पर नाटक करना वैसे ही काफी कठिन हो सकता है। उस पर मंझे हुए कलाकारों की बजाय स्कूली स्टूडेंट्स की ओर से प्रस्तुति होना हालांकि शुरुआत में निरसता की आशंका जगाता था लेकिन ज्यों-ज्यों प्रस्तुतियां मंच पर आती गई दर्शकों की आंखें हैरानी से खुलती गई।

श्रीगंगानगर की टीम ने जहां ‘घी ढुळयां..’ के साथ शुरूआत कर प्यास को मंच पर साकार कर दिया। इसके साथ ही यह टीम दे गई पानी बचाने का संदेश। बीकानेर की विक्टोरियस पब्लिक स्कूल टीम ने पेड़ काटने से लेकर वायु प्रदूषण तक के प्रभाव को अपने अभिनय से साकार किया।

आरएसवी जेएनवी बीकानेर ने ‘एआई’ के बढ़ते प्रचलन और इसके असर को बहुत ही प्रभावी तरीके से प्रस्तुत किया। नुक्कड़ नाटक अंदाज में मंच पर आई एनएनआरएसवी बीकानेर की प्रस्तुति ने जमकर तालियां बटोरी। इस प्रस्तुति में जलसंकट को अभिनय और संवादों के जरिये मंच पर साकार कर दिया गया। लगा अच्छी रिहर्सल के बाद प्रस्तुति मंच पर आई है।

हनुमानगढ़ से आई संस्कार स्कूल की टीम की प्रस्तुति इसलिये ज्यादा समसामयिक थी क्योंकि इसमें बीमारियों के कारण, प्रभाव और उपचार आदि को मंचित किया गया था। इस प्रस्तुति में हाल ही सर्वाधिक फैल रही बीमारी डेंगू पर विशेष जोर दिया गया।

अनूपगढ़ के स्कूली विद्यार्थियों की नाट्यथीम काफी रोचक रही। इसमें हवा और पानी पर मुकदमा किया गया। इनसे आम आदमी को पहुंच रहे नुकसान का आरोप लगाया गया। हवा-पानी ने अपने बचाव में प्रदूषण के लिए इंसानों को जिम्मेदार बता दिया।

क्या बोले एक्सपर्ट:

प्रस्तुतियों के दौरान शिक्षाविद-नाटककार डा.प्रमोद कुमार चमौली बतौर निर्णायक हॉल में मौजूद रहे। डा.चमौली ने प्रस्तुतियों को सराहने के साथ ही नाट्य मंचन की बारीकियां भी बताई। उन्होंने कहा, छोटे-छोटे बच्चों ने गंभीर विषयों को सहजता से संप्रेषित किया यह बहुत बड़ी उपलब्धि है।

ये रहे विजेता:

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के बीकानेर क्षेत्रीय कार्यालय की ओर से आयोजित इस विज्ञान नाटक प्रतियोगिता में एनएनआरएसवी बीकानेर प्रथम, आरएसवी बीकानेर दूसरे और हनुमानगढ़ की संस्कार एकेडमी टीम तीसरे स्थान पर रही।

इनकी मौजूदगी:

आरएसवी ग्रुप ऑफ स्कूल के सीएमडी सुभाष स्वामी आयोजन में बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहे। समाजसेविका तनु मेहता, विज्ञान प्रौद्योगिकी विभाग के कमलकांत स्वामी एवं स्कूल की प्राचार्य पूनम चौधरी आदि मौजूद रहे।